Engineers Day 2024: भारत में हर साल15 सितंबर को इंजीनियर्स डे मनाया जाता है, यह भारत के पहले इंजीनियर, भारत रत्न एवं ब्रिटिश नाइटहुड पुरस्कार से सम्मानित एम विश्वेश्वरैया की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, इंजीनियर्स को सम्मान देने के लिए यह दिन मनाया जाता है, इंजीनियर्स देश के विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं |
Engineers Day 2024: 15 सितंबर को हर साल हमारे देश में इंजीनियर्स डे के रूप में मनाया जाता है, यह दिन महान इंजीनियर एवं भारत रत्न एवं ब्रिटिश नाइटहुड पुरस्कार से सम्मानित एम विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya) की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, एम विश्वेश्वरैया का पूरा नाम मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया है और उन्हें भारत का पहला इंजीनियर कहा जाता है। श्रीलंका और तंजानिया में भी 15 सितंबर को ही इंजीनियर्स डे मनाया जाता है।हिंदी में राष्ट्रीय अभियंता दिवस कहते हैं।
Engineers Day 2024 : इस वर्ष इंजीनियर्स डे की थीम
हर साल की तरह इस साल भी राष्ट्रीय इंजीनियर्स दिवस पर थीम है 2024 की थीम “एक सतत दुनिया के लिए इंजीनियरिंग समाधान” (Engineering solutions for a sustainable world) है। पिछले साल यानि 2023 की थीम- Engineering for a Sustainable Future’ यानी कि ‘सतत भविष्य के लिए इंजीनियरिंग’ तय की गयी है। किसी भी दिन को मनाने के लिए प्रतिवर्ष कोई न कोई थीम तय की जाती है और उसी के अनुसार उस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है।
Engineer’s Day History: इंजीनियर्स डे का इतिहास
एम विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितंबर 1861 को हुआ था। एम विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya Birthday) बाढ़ आपदा प्रबंधन और सिंचाई तकनीकों में माहिर थे। अपने गृहनगर में स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद विश्वेश्वरैया मद्रास विश्वविद्यालय में बीए की पढ़ाई करने गए। उन्होंने पुणे में कॉलेज ऑफ साइंस से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। उन्हीं की जयंती 15 सितंबर को राष्ट्रीय इंजीनियर्स डे के लिए समर्पित कर दिया गया। एम विश्वेश्वरैया को 1955 में भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें ब्रिटिश नाइटहुड पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। वर्ष 1967 से इंजीनियर्स डे मनाने की शुरुआत हुई।